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विविध लेख – व्रत, पर्व, त्यौहार, पूजा, अनुष्ठान आदि

माधवाचार्य जी जयंती

माधवाचार्य जी जयंती

हिन्दू धर्म के भक्ति मार्गी शाखा को और पुष्ट एवं बलिष्ठ करने वाले तथा आदर्श एवं महान दार्शनिक जो आज भी अपने महान विचारों एवं सुधारों के कारण बडे ही सम्मान के साथ प्रतिवर्ष भारत एवं विश्व के देशों में श्रद्धा पूर्वक

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वामन जयंती

वामन जयंती

हिन्दू धर्म में यह जयन्ती उत्सव प्रति वर्ष भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी को बडे़ ही धूम-धाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। क्योंकि भगवान श्री हरि विष्णू ने वामन अवतार को धारण करके असुरराज बलि के घमण्ड

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वराह जयंती

वराह जयंती

इस धर्माधार धरा पर काल चक्र के अनुसार अनेकों बार कई ऐसी घटनायें घटित होती है। जो सम्पूर्ण धरती एवं उसके वायुमण्डल सहित देव लोकों के लिये भी नुकसान देह हो जाती है। दैत्यों की पुरानी फितरत रही है कि भगवान की

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हयग्रीव जयंती

हयग्रीव जयंती

भगवान श्री हरि विष्णू जो कि भक्तों के कल्याण के लिये शंख, चक्र गदा और पद्म को धारण किये है। युग विशेष एवं देवताओं और भक्तों एवं साधू संतों तथा आम जन की याचना के कारण विभिन्न अवतारों

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गोस्वामी तुलसी दास जयंती

गोस्वामी तुलसी दास जयंती

भगवान मर्यादा पुरूषोत्तम रामचन्द्र जी के जीवन के महान धार्मिक ग्रन्थ श्री रामचरित्र मानस को लिखने वाले तथा उसे हिन्दी की सभी विधाओं में सर्वोच्च स्थान दिलाने वाले तुलसीदास जी मानस के हंस है। जिस प्रकार मानसरोवर में हंस

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कल्कि जयंती

कल्कि जयंती

श्री हरि विष्णू के सभी अवतारों के पीछे इस धरती के अत्याचार एवं पाप को समाप्त करना है। चाहे वह किसी भी युग एवं युगान्तर में उनके अवतार धारण करने की बात हो। सदैव ही धर्म को स्थापित करते हुये अधर्म का नाश करना ही

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लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक जयंती

लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक जयंती

भारत वर्ष की अति पुनीत धरती में जन्म लेने वाले बाल गंगाधर तिलक की शिक्षायें एवं समाज को राह दिखाने के प्रयासों को आज भी लोग भारत मे नमन करते है। उनकी जन्म जयन्ती पर अनेक स्थानों में उत्सवों का आयोजन किया जाता

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धूमावती जयंती

धूमावती जयंती

हिन्दू धर्म में देवी एवं देवताओं की परम तथा अद्वितीय लीलायें इस संसार के लिये ही नहीं बल्कि त्रिकोली के लिये जो अज्ञान के अंधकार में डूब चुके हैं। उनके लिये परम प्रकाश की तरह है। जिसके प्रकट हेाने या फिर समझने से व्यक्ति के

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महाराणा प्रताप जयंती

महाराणा प्रताप जयंती

भारत माता के एक ऐसे सपूत का नाम है। जो सदियों के गुजर जाने के बाद भी स्मरणीय एवं अमर है। काल चक्र की करवट तले अनेकों युग वीरों ने इस धरती पर जन्म लेकर इसे धन्य बनाया था। इसी प्रकार महाराणा प्रताप सिंह सिसोदिया

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हनुमान जयंती – भगवान हनुमान का जन्मोत्सव

हनुमान जयंती – भगवान हनुमान का जन्मोत्सव

हनुमान जयंती भारतीय हिंदू कैलेंडर के अनुसार वर्ष में एक बार चैत्र पूर्णिमा को मनाया जाने वाला महत्वपूर्ण त्योहार है। यह पर्व भगवान हनुमान के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है और हिंदू धर्म में उनकी महत्ता को

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शनि जयंती

शनि जयंती

हिन्दू धर्म में सूर्य एवं चन्द्रमा को वेदों में देवता कहा गया है। तथा सूर्य पंचदेवों में शामिल है। वहीं भगवान शनि नवग्रह मण्डल के बड़े ही प्रभावशाली देवता है। इनकी जन्म जयन्ती प्रतिवर्ष वैशाख मास की अमावस्या को मनाई

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नारद मुनि जयंती

नारद मुनि जयंती

हिन्दू धर्म के परम पवित्र महान मुनि एवं संवाद की सर्वोत्कृष्ट भूमिका में रहने वाले देवर्षि महर्षि नारद का नाम भला कौन नहीं जानता है। अपने ज्ञान एवं कठिन तपस्या के द्वारा यह पौराणिक काल से ही अत्यंत विख्यात है। धर्म शास्त्रों के अनुसार

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बुद्ध जयंती

बुद्ध जयंती

भगवान बुद्ध की जन्म जयन्ती भारत ही नहीं बल्कि विश्व के अनेक देशों में मनाई जाती है। भगवान बुद्ध के आदर्श एवं सिद्धान्तों का पालन करने वाले विश्व के अनेक देशों के लोग इस जयन्ती को बड़े ही हर्षोल्लास एवं धूम-धाम से मनाते हैं।

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गुरु गोरखनाथ जयंती

गुरु गोरखनाथ जयंती

गुरू गोरख नाथः हिन्दू धर्म के परम पवित्र नाथ सम्प्रदायों के महान योगियों में गुरू गोरख नाथ का नाम भला कौन नहीं जानता है। यह पहली शताब्दी के पूर्व नाथ सम्प्रदाय के महान योगियों में सुमार है। इन्होंने न केलव सम्पूर्ण भारत

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कूर्म जयंती

कूर्म जयंती

भगवान श्री हरि विष्णू ने इस संसार के पालन एवं रक्षा हेतु सतत् लगे हुये रहते हैं। वरदानों की शक्ति में चूर जब दैत्य  समूह अपने अत्याचार के द्वारा सम्पूर्ण संसार मे अनीत एवं अत्याचारों से डुबानें लगे तब देव समूहों में भगवान विूष्णू

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नृसिंह जयंती

नृसिंह जयंती

भगवान नृसिंह का अवतार धर्म की रक्षा एवं अधर्म के विनाश के लिये हुआ था। क्योंकि अधर्म एवं अनीत के बढ़ते बवन्डर को मिटाने की शक्ति सिर्फ भगवान विष्णू एवं उनके अवतरों में समाहित है। दया निधि एवं कृपा सिंधू

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