हिन्दी

चैत्र नवरात्री एवं दुर्गा उपासना

Published On : April 9, 2024  |  Author : Astrologer Pt Umesh Chandra Pant

चैत्र नवरात्री का महत्व एवं दुर्गा उपासना के लाभ: पंडित उमेश चंद्र पंत

हिन्दू धर्म में चैत्र नवरात्री का महत्व विशेष है। यह नौ दिनों तक चलने वाला उत्सव है जिसमें लोग माँ दुर्गा की पूजा करते हैं और उनकी उपासना करते हैं। यह उत्सव हिन्दू संस्कृति में महिलाओं का महत्व और देवी शक्ति की प्रार्थना का अवसर है। इस लेख में हम चैत्र नवरात्री के महत्व और दुर्गा उपासना के लाभ को विस्तार से जानते हैं।

दिल्ली के ज्योतिषी पंडित उमेश चंद्र पंत ने चैत्र नवरात्री का महत्व एवं दुर्गा उपासना के लाभ के बारे में बताया।

सबसे पहले 2024 चैत्र नवरात्री घट स्थापना मुहूर्त जानते हैं

चैत्र नवरात्री घट स्थापना मंगलवार, अप्रैल 9, 2024 को होगी ।

घटस्थापना मुहूर्त – प्रातः 06:09 से प्रातः 10:22 (मुहूर्त अवधि – 04 घण्टे 13 मिनट)

चैत्र नवरात्री घटस्थापना अभिजित मुहूर्त अप्रैल 9, 2024 – दोपहर 12:03 से दोपहर 12:54 तक (मुहूर्त अवधि – 51 मिनट)

इस वर्ष 2024 में चैत्र नवरात्री का पर्व 9 अप्रैल 2024 से शुरू होगी एवं 17अप्रैल 2024 तक नवरात्री रहेगी।

आइये जानते हैं घट स्थापना मुहूर्त क्या है?

घट स्थापना मुहूर्त हिन्दू धर्म में किसी शुभ कार्य के आरंभ के लिए उपयुक्त समय को कहा जाता है। इस मुहूर्त का चयन करते समय नकारात्मक प्रभावों, और ग्रहों की स्थितियों का ध्यान रखा जाता है। घट स्थापना मुहूर्त विशेषत: पूजा, यज्ञ, विवाह, गृह प्रवेश, निवास स्थापना, उपनयन, आदि के लिए महत्वपूर्ण होता है।

घट स्थापना मुहूर्त का चयन विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है, जैसे की तिथि, नक्षत्र, लग्न, दिन, और ग्रहों की स्थिति। इसके अलावा, स्थापना के उद्देश्य और संबंधित धार्मिक अनुष्ठान के परंपरागत नियमों को भी ध्यान में रखा जाता है।

एक उत्तम घट स्थापना मुहूर्त का चयन करने के लिए पंचांग और ज्योतिष के निर्देशों का पालन किया जाता है। इसमें तिथि, समय, नक्षत्र, राशि, लग्न, गणितीय परिस्थितियों, और ग्रहों की स्थिति का विशेष महत्व होता है।

हमारे लिए चैत्र नवरात्री का महत्व

धार्मिक अर्थ: चैत्र नवरात्री का आयोजन धार्मिक और सामाजिक महत्व के साथ होता है। यह उत्सव नवरात्रों में पहला होता है और माँ दुर्गा की पूजा के माध्यम से लोग माँ दुर्गा की शक्ति की आराधना करते हैं।

समृद्धि का प्रतीक: इस उत्सव में लोग माँ दुर्गा का आगमन मानते हैं और उनके आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए पूजा करते हैं। यह समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है।

सामाजिक एकता: चैत्र नवरात्री के दौरान लोग एक-दूसरे के साथ सामाजिक रूप से जुड़ते हैं। वे समुदाय मंदिरों में मिलकर पूजा अर्चना करते हैं और एक-दूसरे को खुशियों की शुभकामनाएं देते हैं।

आध्यात्मिक उन्नति: इस उत्सव में लोग आध्यात्मिक उन्नति की ओर अग्रसर होते हैं। वे पूजा, ध्यान, और धार्मिक क्रियाओं के माध्यम से अपनी आत्मा की शुद्धि करते हैं।

चैत्र नवरात्री में दुर्गा उपासना के लाभ

आत्म शुद्धि: माँ दुर्गा की उपासना करने से व्यक्ति का मन शुद्ध होता है और उसे आत्मा की ऊर्जा का अनुभव होता है। माँ दुर्गा की उपासना कर आत्मा की शुद्धि और प्राचीन धार्मिक मान्यताओं को संजीवनी देने का काम करता है। ।

सामर्थ्य और निर्णय शक्ति: दुर्गा उपासना व्यक्ति को सामर्थ्य और निर्णय शक्ति प्रदान करती है। इसके माध्यम से हम अपनी समस्याओं का सामना करने में सक्षम होते है और उन्हें सफलतापूर्वक हल कर पाते हैं।

आत्मविश्वास: दुर्गा उपासना व्यक्ति को आत्म-विश्वास और संघर्षशीलता का अनुभव कराती है। माँ दुर्गा की उपासना कर व्यक्ति अपनी क्षमताओं में विश्वास करता है और हर मुश्किल को परास्त करने की क्षमता विकसित करता है।

ध्यान और धार्मिक साधना: दुर्गा उपासना में ध्यान और धार्मिक साधना का अवसर मिलता है। व्यक्ति अपने मन को एकाग्र करता है और आध्यात्मिक उन्नति की ओर प्रगति करता है।

पंडित उमेश चंद्र पंत

पंडित उमेश चंद्र पंत, दिल्ली, भारत के एक प्रतिष्ठित ज्योतिषी हैं, जिन्हें उनकी वैदिक ज्योतिष की गहरी समझ और उनके व्यावहारिक ज्योतिषीय समाधानों के लिए जाना जाता है। उनकी विशेषज्ञता में जन्मकुंडली विश्लेषण, मुहूर्त निर्धारण, वास्तु शास्त्र, ग्रह दोष निवारण और व्यक्तिगत जीवन के विभिन्न पहलुओं जैसे करियर, विवाह, और स्वास्थ्य संबंधित मार्गदर्शन शामिल हैं।

पंडित उमेश चंद्र पंत ने अपने ज्योतिषीय करियर में हजारों व्यक्तियों की ज्योतिषीय सलाह से मदद की है और उनकी सेवाओं की प्रशंसा व्यापक रूप से की गई है। उनका उद्देश्य अपने ज्ञान के माध्यम से लोगों को सकारात्मक दिशा प्रदान करना और उनके जीवन में सुधार लाने के उपाय सुझाना है। उन्होंने अपने ज्योतिषीय परामर्श से कई लोगों को उनके जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करने में मदद की है और उन्हें एक बेहतर और सुखी जीवन जीने के लिए प्रेरित किया है।

पढ़ना न भूलें:
माँ दुर्गा के नौ रूपों की महिमा और दुर्गाष्टमी व्रत

Blog Category

Trending Blog

Recent Blog


TRUSTED SINCE 2000

Trusted Since 2000

MILLIONS OF HAPPY CUSTOMERS

Millions Of Happy Customers

USERS FROM WORLDWIDE

Users From Worldwide

EFFECTIVE SOLUTIONS

Effective Solutions

PRIVACY GURANTEED

Privacy Guaranteed

SAFE SECURE

Safe Secure

© Copyright of PavitraJyotish.com (PHS Pvt. Ltd.) 2025